“धन्यं दानं य: कर्ता, य: कार्यं पृणयेत् समम्।
वशं लभते धर्मार्थं, स्वर्गं लक्ष्मी प्राप्ति हेतु॥– रामायण
“शरीरं अव्ययं दानं सर्वं जीवितं पुण्यकृत्।
दानं धर्मेण पार्थिवं, देवों राजे सदा शरणम्॥”-महाभारत
हमारा उद्देश्य – विभिन्न सामाजिक गतिविधियों के माध्यम से समुदाय के जीवन शेली में सकारात्मक बदलाव लाना , सनातनी परंपरा का संरक्षण करते हुए जन हित के लिए काम करना , स्थानीय उत्पादों और सेवाओं का प्रचार-प्रसार करना जिससे लोगों की आजीविका सुदृढ़ हो सके।
Our aim is to bring positive change in the lifestyle of the community through various social activities, to work for public welfare while preserving the Sanatani tradition, to promote local products and services so that livelihood of the people can be strengthened.