"महादेव का पवित्र धाम"

केदारनाथ धाम, हिमालय के बर्फीले पहाड़ों में रुद्रप्रयाग जिले में स्थित, भगवान शिव को समर्पित बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यहाँ का वातावरण भक्ति, शक्ति और शांति का संगम है।

श्री केदारनाथ धाम उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित एक प्रमुख हिन्दू तीर्थ स्थल है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और हिन्दू धर्म के चार धाम यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। केदारनाथ धाम समुद्र तल से 3,583 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है, और यह स्थल अपनी धार्मिक और ऐतिहासिक महत्ता के कारण लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।

केदारनाथ मंदिर का इतिहास:

  1. इतिहास और निर्माण:
    • केदारनाथ मंदिर का निर्माण प्राचीन काल में हुआ था। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण पांडवों ने किया था, जो महाभारत के नायक थे। पांडवों ने भगवान शिव से क्षमा प्राप्त करने के लिए यहाँ पूजा-अर्चना की थी।
    • इस मंदिर को Adi Shankaracharya ने पुनः पुनर्निर्मित किया था, और यह मंदिर हिमालय के एक अत्यंत कठिन क्षेत्र में स्थित है, जो प्राकृतिक सौंदर्य और शांति का प्रतीक है।
  2. धार्मिक महत्त्व:
    • केदारनाथ को 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है, और यह भगवान शिव के प्रसिद्ध केदार रूप की पूजा के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ भगवान शिव के साथ-साथ उनके उग्र रूप भैरव की भी पूजा होती है।
    • हिन्दू धर्म के अनुसार, केदारनाथ मंदिर में पूजा करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

केदारनाथ धाम के प्रमुख आकर्षण:

  1. केदारनाथ मंदिर:
    • मंदिर का स्थापत्य बहुत खास है। यह मंदिर बड़े-बड़े शिलाखंडों से बना हुआ है और इसके आस-पास बर्फ से ढकी हुई चोटियाँ देखने को मिलती हैं। यह स्थान अपनी प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक शांति के लिए प्रसिद्ध है।
  2. गौरीकुंड:
    • गौरीकुंड केदारनाथ धाम जाने का प्रमुख शुरुआती स्थान है, जो मंदिर से लगभग 14 किलोमीटर दूर स्थित है। यह जगह पार्वती माता के स्नान स्थल के रूप में प्रसिद्ध है और यहाँ से केदारनाथ तक की यात्रा शुरू होती है।
    • गौरीकुंड में गर्म पानी के कुंड हैं, जिनमें श्रद्धालु स्नान करते हैं और पुण्य प्राप्त करते हैं।
  3. भैरव मंदिर:
    • केदारनाथ मंदिर से कुछ दूरी पर भैरव मंदिर स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव के उग्र रूप भैरव को समर्पित है, और यहाँ के दर्शन करने से यात्रा को संपूर्ण माना जाता है।